brand
Home
>
Foods
>
Parkin

Parkin

Food Image
Food Image

पार्किन एक पारंपरिक ब्रिटिश मिठाई है, जो विशेष रूप से उत्तरी इंग्लैंड, विशेष रूप से यॉर्कशायर क्षेत्र में लोकप्रिय है। इसका इतिहास 18वीं शताब्दी में वापस जाता है, जब यह ओट्स और अदरक के स्वाद के साथ एक सर्दियों की मिठाई के रूप में बनाई जाती थी। पार्किन को आमतौर पर नवम्बर में, विशेषकर गाइ फॉक्स डे के समय बनाया जाता है। इस दिन, लोग पार्किन का सेवन करते हैं, इसे घरों में गर्म रखने और सर्दियों के मौसम का स्वागत करने के लिए। पार्किन की खासियत इसकी अदरक और ओट्स का अद्भुत संयोजन है। यह मिठाई अपने नरम और च्यूवी टेक्सचर के लिए जानी जाती है। जब आप पार्किन का एक टुकड़ा खाते हैं, तो पहले आपको उसकी मिठास का अनुभव होता है, जो बाद में अदरक की हल्की मसालेदारता के साथ मिल जाती है। इसका स्वाद बहुत ही संतुलित होता है, जिसमें मीठास, मसाले और ओट्स की गहराई शामिल होती है। पार्किन का एक और विशेष पहलू यह है कि इसे थोड़ी देर के लिए रखने पर इसका स्वाद और भी बेहतर हो जाता है, जिससे यह एक आदर्श मिठाई बन जाती है जिसे बाद में भी खाया जा सके। पार्किन बनाने की प्रक्रिया काफी सरल है, लेकिन इसमें कुछ खास सामग्रियों की आवश्यकता होती है। इसके मुख्य घटक हैं: ओट्स, ब्राउन शुगर, अदरक पाउडर, मक्खन, और सिरका। पारंपरिक तरीके से, सबसे पहले ओट्स को उबालकर नरम किया जाता है। इसके बाद, मक्खन और ब्राउन शुगर को मिलाकर पिघलाया जाता है, और फिर इसमें अन्य सामग्री जैसे कि अदरक पाउडर और सिरका मिलाए जाते हैं। इस मिश्रण को एक बेकिंग टिन में डालकर ओवन में पकाया जाता है, जब तक यह सुनहरा और दृढ़ न हो जाए। एक बार पक जाने के बाद, पार्किन को ठंडा किया जाता है और फिर टुकड़ों में काटा जाता है। यह मिठाई अपने अद्वितीय स्वाद और टेक्सचर के कारण न केवल स्थानीय लोगों में बल्कि पर्यटकों के बीच भी प्रसिद्ध है। पार्किन को चाय के साथ परोसा जाना एक सामान्य प्रथा है, जिससे इसका आनंद और भी बढ़ जाता है। इस तरह, पार्किन न केवल एक मिठाई है, बल्कि यह ब्रिटिश संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है, जो इसके इतिहास और परंपरा को जीवित रखता है।

How It Became This Dish

पार्किन: एक ऐतिहासिक स्वादिष्टता पार्किन एक पारंपरिक ब्रिटिश मिठाई है, जो विशेष रूप से इंग्लैंड के यॉर्कशायर क्षेत्र में प्रचलित है। यह एक प्रकार का अद्भुत गढ़ा हुआ केक है, जो जिंजर ब्रेड और ओट्स के मिश्रण से बनाया जाता है। इसका विशेष स्वाद और बनावट इसे एक अद्वितीय मिठाई बनाते हैं, जिसका इतिहास और सांस्कृतिक महत्व गहरा और समृद्ध है। उत्पत्ति पार्किन की उत्पत्ति 18वीं शताब्दी में होती है। इसे विशेष रूप से यॉर्कशायर में बनाया जाता था, जहाँ इसे आमतौर पर गोधूलि के समय या विशेष अवसरों पर परोसा जाता था। इसके नाम की उत्पत्ति "पार्क" शब्द से हुई है, जो कि एक पुरानी अंग्रेजी बोलचाल की भाषा में एक विशेष प्रकार के गेहूं के आटे को संदर्भित करता है। इसके अलावा, "पार्किन" शब्द का उपयोग कुछ क्षेत्रों में "पार्क" के साथ जुड़ा हुआ भी हो सकता है, जहां परंपरागत रूप से यह मिठाई बनाई जाती थी। पार्किन का मुख्य घटक ओट्स है, जो इसे एक विशिष्ट बनावट और स्वाद प्रदान करता है। पारंपरिक रूप से, इसे गुड़, अदरक, और अन्य मसालों के साथ बनाया जाता है। यह मिठाई विशेष रूप से नवम्बर के पहले सप्ताहांत में मनाए जाने वाले "गाय फॉक्स नाइट" पर लोकप्रिय होती है, जब लोग इस मिठाई का आनंद लेते हैं। सांस्कृतिक महत्व पार्किन की सांस्कृतिक महत्वता केवल इसके स्वाद में नहीं, बल्कि इसके रिवाजों और परंपराओं में भी निहित है। यह मिठाई न केवल एक विशेष अवसर पर बनाई जाती है, बल्कि इसे सामूहिकता और समुदाय के प्रतीक के रूप में भी देखा जाता है। "गाय फॉक्स नाइट" के दौरान, लोग इस मिठाई को मित्रों और परिवार के साथ साझा करते हैं, जो एक दूसरे के साथ जुड़ने और खुशी मनाने का एक तरीका है। इसके अलावा, पार्किन अक्सर स्थानीय त्योहारों और बाजारों में भी मिलता है। यह न केवल यॉर्कशायर, बल्कि पूरे इंग्लैंड में एक पहचान बन चुका है। हालांकि, यॉर्कशायर का पार्किन सबसे प्रसिद्ध है और इसे अक्सर "यॉर्कशायर पार्किन" के नाम से जाना जाता है। समय के साथ विकास पार्किन का विकास समय के साथ कई बदलावों से गुजरा है। 19वीं शताब्दी में, इस मिठाई का लोकप्रियता और बढ़ गई, जब यह औद्योगिक क्रांति के दौरान श्रमिक वर्ग के बीच में फैल गई। उस समय, इसे एक सस्ती और ऊर्जा से भरपूर मिठाई के रूप में देखा गया, जो लंबे समय तक चलने वाली शक्ति प्रदान करती थी। 20वीं शताब्दी के मध्य में, पार्किन ने अपने पारंपरिक रूप को बनाए रखा, लेकिन इसके बनाने की प्रक्रिया में कुछ बदलाव आए। नए सामग्रियों का उपयोग, जैसे कि विभिन्न प्रकार के शहद और चीनी, इसे और भी आकर्षक बनाने का प्रयास किया गया। इसके अलावा, कुछ रेसिपियों में चॉकलेट और मेवे जैसे आधुनिक तत्वों को भी शामिल किया गया, जिससे पार्किन की विविधता में वृद्धि हुई। आजकल, पार्किन की कई अलग-अलग वैरिएशन्स उपलब्ध हैं, जो इसे और भी लोकप्रिय बनाती हैं। कुछ लोग इसे अधिक मीठा बनाना पसंद करते हैं, जबकि अन्य इसे मसालेदार और नमकीन स्वरूप में बनाने का प्रयास करते हैं। पार्किन का आधुनिक युग 21वीं सदी में, पार्किन ने एक नई पहचान बनाई है। यह न केवल पारंपरिक मिठाई के रूप में प्रसिद्ध है, बल्कि इसे कई बेकरी और कैफे में आधुनिक रूप में पेश किया जाता है। आजकल, पार्किन को अक्सर चाय के साथ परोसा जाता है, और इसे एक विशेष मिठाई के रूप में देखा जाता है। साथ ही, पार्किन को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के लिए भी एक विकल्प के रूप में प्रस्तुत किया गया है। ओट्स के उपयोग के कारण, इसे फाइबर और अन्य पोषक तत्वों का स्रोत माना जाता है, जो इसे एक स्वस्थ विकल्प बनाता है। निष्कर्ष पार्किन न केवल एक मिठाई है, बल्कि यह यॉर्कशायर की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है। इसका इतिहास, सांस्कृतिक महत्व, और समय के साथ विकास इसे एक विशेष स्थान प्रदान करता है। पार्किन की मिठास और अपनेपन की भावना इसे ब्रिटिश खाद्य संस्कृति में एक अनूठा स्थान देती है। चाहे त्योहार हो या कोई सामान्य दिन, पार्किन हर अवसर को खास बनाने के लिए एक आदर्श मिठाई है। इस मिठाई के प्रति प्रेम और इसे बनाने की परंपरा आज भी जीवित है, और यह आने वाले समय में भी लोगों के दिलों में अपनी मिठास बनाए रखेगी।

You may like

Discover local flavors from United Kingdom