brand
Home
>
Foods
>
Mushy Peas

Mushy Peas

Food Image
Food Image

मशीर पीज़ (Mushy Peas) एक पारंपरिक ब्रिटिश व्यंजन है, जो मुख्य रूप से पीस (मटर) को पकाकर और मैश करके तैयार किया जाता है। यह व्यंजन विशेष रूप से इंग्लैंड के उत्तर में बहुत लोकप्रिय है, और इसे अक्सर फिश एंड चिप्स के साथ परोसा जाता है। मशीर पीज़ की उत्पत्ति 18वीं शताब्दी के मध्य से मानी जाती है, जब यह एक साधारण और सस्ता भोजन था, जिसे श्रमिक वर्ग के लोगों द्वारा अपनाया गया। धीरे-धीरे, यह ब्रिटिश खाने की संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया। इस व्यंजन का स्वाद काफी साधारण और मस्त होता है। जब मटर को उबालकर मैश किया जाता है, तो इसका स्वाद मीठा और मलाईदार होता है। इसमें अक्सर नमक, काली मिर्च और कभी-कभी मिंट या नींबू का रस भी मिलाया जाता है, जिससे इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है। मशीर पीज़ का रंग हरा होता है, जो इसे देखने में आकर्षक बनाता है। इस व्यंजन का एक विशेष गुण यह है कि यह अन्य व्यंजनों के साथ अच्छी तरह से मेल खाता है, खासकर तले हुए मछली और आलू के चिप्स के साथ। मशीर पीज़ को बनाने की प्रक्रिया काफी सरल है। सबसे पहले, हरी मटर को उबाला जाता है, और जब वे नरम हो जाते हैं, तो इन्हें छान लिया जाता है। इसके बाद, मटर को एक कांटे या मैशर की मदद से मैश किया जाता है, जब तक कि यह एक चिकना पेस्ट न बन जाए। इस समय, स्वाद के अनुसार नमक, काली मिर्च, और अन्य मसाले मिलाए जा सकते हैं। कुछ रेसिपियों में मटर के साथ थोड़ा सा मक्खन या क्रीम मिलाने की भी सलाह दी जाती है, जिससे इसकी मलाईदारता बढ़ जाती है। मुख्य सामग्री के रूप में ताजे हरे मटर होते हैं, जो आमतौर पर सीज़न के दौरान उपलब्ध होते हैं। इसके अलावा, नमक, काली मिर्च, और कभी-कभी हर्ब्स जैसे मिंट या थाइम का उपयोग किया जा सकता है। कुछ लोग इसे और भी समरूप और स्वादिष्ट बनाने के लिए नींबू का रस या जैतून का तेल भी डालते हैं। मशीर पीज़ केवल एक साइड डिश नहीं है, बल्कि यह ब्रिटिश खाद्य संस्कृति का प्रतीक है। इसकी साधारणता और सस्ती सामग्री इसे एक लोकप्रिय विकल्प बनाती है, जो हर उम्र के लोगों के बीच प्रिय है। इस व्यंजन का आनंद किसी भी समय लिया जा सकता है, चाहे वह एक साधारण भोजन हो या विशेष अवसर पर।

How It Became This Dish

मशी पीज़ का इतिहास उत्पत्ति और प्रारंभिक विकास: मशी पीज़, जिसे हिंदी में "मसले हुए मटर" कहा जा सकता है, एक लोकप्रिय ब्रिटिश व्यंजन है जो विशेष रूप से इंग्लैंड में अपने स्वाद और बनावट के लिए जाना जाता है। इसकी उत्पत्ति का संबंध 19वीं सदी के औद्योगिक क्रांति के युग से है, जब इंग्लैंड के उत्तर में खाद्य पदार्थों की तैयारी और भंडारण के नए तरीके विकसित होने लगे। उस समय, कामकाजी वर्ग के लोगों के लिए सस्ते और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन की आवश्यकता थी। मटर, जो कि एक सस्ता और आसानी से मिलने वाला उत्पाद था, का उपयोग इस समय के दौरान तेजी से बढ़ा। कृषि और मटर की भूमिका: मटर की खेती इंग्लैंड में सदियों से की जा रही है, और यह विशेष रूप से ठंडे जलवायु में अच्छी तरह उगता है। मटर को आमतौर पर वसंत के मौसम में बोया जाता था और यह गर्मियों में तैयार हो जाता था। 19वीं सदी में, मटर को सूखा कर उसका भंडारण किया जाने लगा, जिससे इसे पूरे वर्ष उपयोग में लाया जा सकता था। यह प्रक्रिया मटर को लंबे समय तक सुरक्षित रखने का एक सस्ता तरीका बन गई, और इसका उपयोग खासकर गरीब वर्ग के लोगों द्वारा किया जाने लगा। मशी पीज़ का विकास: मशी पीज़ का पहला उल्लेख 19वीं सदी के अंत में हुआ। यह आमतौर पर उबले हुए मटर को मसले जाने के बाद तैयार किया जाता है, जिसमें थोड़ी मात्रा में नमक और मक्खन मिलाया जाता है। इस व्यंजन की खासियत इसकी नरम और क्रीमी बनावट है, जो इसे अन्य मटर के व्यंजनों से अलग करती है। मशी पीज़ को अक्सर फिश एंड चिप्स के साथ परोसा जाता है, जो कि ब्रिटेन का एक और प्रसिद्ध व्यंजन है। यह संयोजन तेजी से लोकप्रिय हो गया और आज भी इसे एक क्लासिक ब्रिटिश भोजन माना जाता है। संस्कृति और सामाजिक महत्व: मशी पीज़ का ब्रिटिश संस्कृति में एक विशेष स्थान है। यह केवल एक साधारण व्यंजन नहीं है; बल्कि यह कामकाजी वर्ग के लोगों के जीवन का एक हिस्सा बन गया है। मशी पीज़ को आमतौर पर सरलता और सादगी का प्रतीक माना जाता है। यह व्यंजन उन लोगों के लिए एक सांस्कृतिक पहचान के रूप में उभरा है जो औद्योगिक युग में मेहनत करते थे। ब्रिटेन के कई पारंपरिक पब और रेस्टोरेंट्स में मशी पीज़ को फिश एंड चिप्स के साथ परोसा जाता है, जो इसे न केवल एक भोजन बनाता है बल्कि एक सामाजिक अनुभव भी। लोग इसे एक साथ बैठकर खाने का आनंद लेते हैं, जिससे यह एक सामुदायिक अनुभव बन जाता है। समय के साथ परिवर्तन: 20वीं सदी में, मशी पीज़ का स्वरूप और इसके उपयोग में परिवर्तन आया। आधुनिक रसोई में, इसे विभिन्न तरीकों से तैयार किया जाने लगा। कुछ रसोइयों ने इसे और अधिक स्वादिष्ट बनाने के लिए विभिन्न मसालों और जड़ी-बूटियों का उपयोग करना शुरू कर दिया। इसके अलावा, मशी पीज़ को विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों के साथ जोड़कर एक नया रूप दिया गया। हाल के वर्षों में, मशी पीज़ ने न केवल ब्रिटेन में बल्कि अन्य देशों में भी लोकप्रियता प्राप्त की है। इसे अब विभिन्न रेस्तरां में एक नई शैली में परोसा जाता है, जिसमें इसे अन्य सब्जियों के साथ मिश्रित किया जाता है या उसे एक गार्निश के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। स्वास्थ्य और पोषण: मशी पीज़ न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि यह पोषण की दृष्टि से भी लाभकारी है। मटर प्रोटीन, फाइबर, और कई महत्वपूर्ण विटामिनों और मिनरल्स का एक अच्छा स्रोत है। इसके सेवन से शरीर को आवश्यक पोषण मिलता है और यह ऊर्जा प्रदान करता है। इसलिए, मशी पीज़ को केवल एक साधारण भोजन नहीं बल्कि एक स्वस्थ विकल्प भी माना जाता है। निष्कर्ष: मशी पीज़ का इतिहास एक साधारण व्यंजन से शुरू होकर एक सांस्कृतिक प्रतीक बन गया है। यह इंग्लैंड की औद्योगिक क्रांति के समय की आवश्यकताओं का परिणाम है और आज भी यह ब्रिटिश संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके विकास के साथ, इसने न केवल अपने स्वाद में विविधता लाई है, बल्कि यह विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक संदर्भों में भी महत्वपूर्ण हो गया है। मशी पीज़ का यह सफर हमें यह सिखाता है कि कैसे एक साधारण सा भोजन भी समाज के विभिन्न पहलुओं को जोड़ सकता है और एक नई पहचान बना सकता है। यह न केवल खाने के लिए है, बल्कि यह एक अनुभव है, जो हमें अतीत से जोड़ता है और वर्तमान में एक नया अर्थ देता है।

You may like

Discover local flavors from United Kingdom